7 नवंबर, आप 80 दिन में 46000 किलोमीटर की दूरी तय कर विश्व कीर्तिमान बनाने देश भ्रमण पर अकेली बाइक से निकल गयी थीं. हर दिन आपके फेसबुक लाइव से हमे यह एहसास होता रहा कि आपके हौसले कितने बुलन्द हैं. 15 दिनों में 5000 किलोमीटर की दुर्गम यात्रा तय करते हुए 5 स्टेट और एक केंद्र शासित प्रदेश आप कवर कर चुकी थीं, कि पंजाब के लुधियाना हाइवे से गुजरते हुए अचानक आयी एक गाय को बचाने के क्रम में आप दुर्घटनाग्रस्त हो गईं. राह से गुजरते हुए मसीहा बनकर आये कुछ अनजान लोगों ने आपको हॉस्पिटल में एडमिट कराया. आपके हाथ की सर्जरी हुई, 10-11 टांके लगें. डॉक्टर ने आपको तीन महीने तक रेस्ट करने और बाइक ना चलाने की हिदायत दी. आज आप वापस पटना अपने होमटाउन लौट आईं. चूंकि आप बोलो ज़िन्दगी टीम की ख़ास सदस्या और एक नेकदिल दोस्त भी हैं इस वज़ह से आपके पुनः पटना आने पर हम (राकेश सिंह सोनू व प्रीतम कुमार) आज आपसे मिलने से खुद को रोक ना सकें.
इस हालत में भी आपसे मिलते हुए हमने आपकी वही चिरपरिचित आत्मविश्वास भरी मुस्कान को देखा यह बयां करते हुए कि, "मुझे क्या हुआ है ? अरे नहीं, मैं तो बिल्कुल ठीक हूँ" इस बीच हमने सुना कि आपके घरवाले कह रहे हैं कि "समझो दूसरा जन्म है वरना कुछ भी हो सकता था !" यह भी पता चला कि आपके रिश्तेदार कह रहे हैं कि "अब फिरसे उसे यूँ जान जोखिम में डालने जाने नहीं देंगे." लेकिन आप मुस्कुराते हुए बस यही कह रही थीं कि "जब पूरी तरह ठीक हो जाऊंगी तो यह यात्रा फिरसे शुरू करूंगी, चिंता की बात नहीं है क्योंकि मेरे साथ ख़ुदा है." और इतने दिनों आपके साथ रहते हुए यह बोलो ज़िन्दगी को भी बहुत अच्छी तरह से पता है कि जिस तबस्सुम अली को हम जानते हैं वो थककर बैठनेवाली नहीं है, इतनी जल्दी हार माननेवालों में से तो कतई नहीं है.
हमे इससे फर्क नहीं पड़ता कि आपके इस मिशन के यूँ अधूरा रह जाने की वज़ह से आपके कुछ शुभचिंतक आपके पीठ पीछे क्या कुछ कह रहे होंगे.... हमे इससे भी फर्क नहीं पड़ता कि अभी फ़िलहाल आप विश्व कीर्तिमान नहीं बना पायीं.... क्योंकि जिस दिन बोलो ज़िन्दगी से आपने यह साहसिक कारनामा अंजाम देने की बात शेयर की थी हमे आपपर बहुत गर्व महसूस हुआ था. और जिस दिन पटना से यह मुहिम आपने शुरू की थी हमारी नज़र में तो आप उसी दिन विश्व कीर्तिमान बना चुकी थीं.
इन 15 दिनों में 5-6 स्टेट कवर करके ही आपने क्या गज़ब कर दिखाया है क्या आपको एहसास है....? आपके इस साहसिक कदम के बाद आपके पदचिन्हों पर चलते हुए कितनी तबस्सुम अली जन्म लेंगी यह आपको भी एहसास नहीं होगा.... आपके इस जुझारूपन को देखकर देश की कितनी ही सिंगल वूमेन का कॉन्फिडेंस बढ़ेगा यह आपको भी एहसास नहीं होगा.... कई रूढ़ियों, पाबंदियों तले अपने ख्वाब कुचल रहीं आपकी बिरादरी की ही ना जाने कितनी ही मासूम लड़कियों की आप रॉल मॉडल बन चुकी होंगी यह आपको भी एहसास नहीं होगा....
हां, आपके हाथ में आई इस गम्भीर चोट की वज़ह से फ़िलहाल घरवाले आपको घर में आराम करने की सलाह देंगे लेकिन हम जानते हैं आपके मन की बात कि, आप ज्यादा वक्त घर में बैठी रहीं तो फिर बीमार पड़ जाएंगी, इसलिए आप किसी बहाने घर से बाहर निकलेंगी तो ज़रूर. ख़ैर, अब जबकि आप फिरसे हमारे बीच मौजूद हैं तो बोलो ज़िन्दगी दुआ करता है कि आप जल्द से जल्द स्वस्थ हों और पुनः अपने ख्वाबों को उसी ज़ज्बे के साथ मुकम्मल करें जिसके लिए वाकई तबस्सुम अली जानी जाती है.
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