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'बोलो ज़िन्दगी' ऑनलाइन मैगजीन के एडिटर हैं राकेश सिंह 'सोनू'

Thursday 31 October 2019

रोटरी चाणक्या और पटना मारवाड़ी महिला समिति ने किया 500 सूप का वितरण


रोटरी चाणक्या और पटना मारवाड़ी महिला समिति द्वारा छठ के पावन पर्व पर दिनांक 31.10.19 को आर्य कुमार रोड राजेन्द्र नगर में सवेरे 7.30 बजे से जरूरतमंदों के बीच 500 सूप का वितरण किया गया।
    रोटरी अध्यक्ष डॉ श्रवण कुमार ने बताया कि रोटरी चाणक्या और पटना मारवाड़ी महिला समिति के सहयोग से 500 सूप, साड़ी, नारियल, गागर और पूजन सामग्री का वितरण किया गया। सूप पाकर जरूरतमंद ब्यक्ति छठी मैया को धन्यवाद कर रहे थे। सूप वितरण कार्यक्रम में 40 से ज्यादा ब्यक्तियों ने अपनी भागीदारी दी ।

पटना मारवाड़ी महिला समिति की अध्यक्ष नीना मोटानी ने बताया कि इस साल जल जमाव के कारण बहुत जरूरतमंद छठ का पर्व करना चाहते थे लेकिन उनका सब कुछ बर्बाद होने से उन्हें बहुत तकलीफों का सामना करना पड़ रहा था। छठ बिहार में आस्था का ऐसा महापर्व है जो एक बार करना शुरू कर देता है वो हर तकलीफ को सहकर सूप उठाता है। अतः हमारी ये एक छोटी सी मदद जरूरतमंदों के लिए है ताकि वे सूप लेकर पूजा कर सकें।
       रोटेरियन संयोजक अभिषेक अपूर्व और सुनील सर्राफ ने बताया कि इस अवसर पर हमारी ओर से प्रतिदिन कपड़े नई पहल की खूंटी पर से वितरित किये जाते रहे ताकि जिनके कपड़े पानी मे डूब गए वो इस त्यौहार पर अपने बच्चों को कपड़े पहना सकें।



पटना मारवाड़ी महिला समिति की कोषाध्यक्ष उषा टिबड़ेवाल ने बताया कि सूप उन्ही को नहाय खाय के दिन दिया जाता है जो सवेरे गंगा स्नान कर लौट रहे होते हैं।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित थे -रोटेरियन राजीव अग्रवाल चिंतन जैन आशीष  बंका दीपक अग्रवाल दीपा डालमिया ललित दलानिया रेणु अग्रवाल जया स्वरूप प्रीति भालोटिया अंजनी बंका  इत्यादि।
कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से सहयोग दिया - कृष्णा अग्रवाल ,बेला पालरीवाल, रेखा अग्रवाल, रूपा केडिया, अनु अग्रवाल, सुमिता छावछरिया, कविता गोयल, कांता अग्रवाल, रेखा बंसल, कुसुम अग्रवाल इत्यादि ने।

Wednesday 30 October 2019

देसी गाय के गोबर के दीपक से जगमगा उठा गंगा घाट


पटना, 30 अक्टूबर, उत्तरप्रदेश, प्रताप गढ पट्टी से विश्व के पहले किसान देवता मन्दिर के महिला स्वावलंबन समिति द्वारा निर्मित गाय के गोबर से बने दीपकों से छठ के पूर्व संध्या पर पटना के गांधी घाट पर सैकड़ों श्रध्दालुओं ने गंगा मैया को दीप दान किया और गंगा के घाट दीप मालाओं से जगमगा उठे, इस अद्भुत स्वर्गिक छटा और पर्यावरण के अनुकूल गाय के तैरते हुए दीपक गंगा मैया के आँचल को जगमगा रहे थे. विश्व के पहले किसान देवता मन्दिर के इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों और स्वयंसेवकों ने पूर्ण उल्लास के साथ सहयोग किया और कई स्वयंसेवी संगठनों ने साथ दिया, गोबर से बने दीपक आकर्षण का केंद्र बना रहा और पर्यावरण के अनुकूल दीपों को सबने सराहा.

उत्तरप्रदेश से लाये गएँ इन लाखों पर्यावरण हितैषी दीपकों को कई संगठनों द्वारा छठ पर्व के अवसर पर वितरण करने का निर्णय लिया गया. गोबर से निर्मित यह दीप पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ ही जमीन के उर्वरता को बढ़ाने मे सहायक होने के साथ तुलसी के बीजों से युक्त है जो मिट्टी में जाने के बाद पौधे के रूप में उग आते हैं. कार्यक्रम के संचालन मे प्रांत के पर्यावरण प्रमुख श्री राम विलास जी उपस्थित थे. इस कार्यक्रम में किसान पीठाधीश्वर योगी राज सरकार के प्रतिनिधि के रूप में महंत भक्ति प्रकाश, अंबकेश तिवारी, राममूर्ति यादव, शोभनाथ सुमन, लायंस क्लब के संजय अवस्थी, समाजसेवी विनोद जी आदि की गरिमामय उपस्थिति रही. 

ट्रांसजेंडर समुदायों के लिए मादक पदार्थों के सेवन को रोकने हेतु आयोजित हुआ जागरूकता कार्यक्रम


पटना, 30 अक्टूबर, "नशा आदमी का सामाजिक, नैतिक पतन कर देता है। आदमी को हैवान बना देता है। ऐसे में राष्ट्र और समाज के निर्माण के लिए नशा मुक्ति अभियान चलाना बहुत जरूरी है।" यह वक्तव्य देकर नशामुक्ति को लेकर जागरूक कर रहे थें बिहार के पुलिस महानिदेशक श्री गुप्तेश्वर पांडे. श्री पांडे आज यहां जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान, पटना में "Drug Abuse Prevention Awareness Programme for Transgender Community" (ट्रांसजेंडर समुदायों के लिए मादक पदार्थों के सेवन को रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम) ‘‘दोस्तानासफर’’ और ‘‘राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान’’ के द्वारा आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शराब मन और बुद्धि पर विपरीत प्रभाव डालता है। उसके कारण समाज में अपराध, हिंसा, बलात्कार की घटनायें बढ़ रही है।


राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान के निदेशक डॉ. वीरेन्द्र मिश्रा ने मादक पदार्थों के सेवन के कारणों और उसके प्रभावों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने ट्रांसजेंडर समुदाय में नशा के संबंध में कहा कि मादक पदार्थों का सेवन करने वालों को लेकर समाज में सकारात्मक नजरिया पैदा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग शराब से शुरू करते हैं और मादक पदार्थों के आदि बन जाते हैं। इन्हें नये सोच से फिर समाज के मुख्यधारा में लाया जा सकता है।


इस कार्यक्रम में राजेश रंजन, सहायक निदेशक, समाज कल्याण निदेशालय, बिहार सरकार; कुमार दीपक, वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक; संतोषी किन्नर; प्रसिद्ध कवि, प्रभात सररिज; प्रो. अभय कुमार, प्रो. घनश्याम राय मंच पर मौजूद थे। इस कार्यक्रम में आकांक्षा चित्रांश, संजीव कुमार, मुख्तारूल हक, तनु शर्मा, डिंपल जासमीन, अनुप्रिया सिंह, वीरा यादव, ओसीन, ममीत, राकेश आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन रेशमा प्रसाद, सचिव, दोस्तानासफर, ट्रांसजेंडर समाजसेवी के द्वारा किया गया।
अतिथियों का स्वागत श्रीकांत ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. वीणा सिंह ने किया।

Tuesday 22 October 2019

पटना मारवाड़ी महिला समिति और रोटरी चाणक्या ने स्लम एरिया में चलाया जागरूकता मुहीम एवं मच्छरदानी वितरण कार्यक्रम

पटना, 22 .10.1019 को पटना मारवाड़ी महिला समिति और रोटरी चाणक्या द्वारा श्याम मंदिर बहादुरपुर के नजदीक 2 झोपड़पट्टी में कैंसर , पीलिया और डेंगू के बचाव के बारे में वहां के लोगों को जागरूक किया गया।

पटना मारवाड़ी महिला समिति की अध्यक्ष नीना मोटानी ने बताया कि सभी जरूरतमंदों के बीच 200 मच्छरदानी और 150 kg ब्लीचिंग पाउडर एवम नए पुराने कपड़ों का वितरण किया गया ।

रोटरी चाणक्या अध्यक्ष डॉक्टर श्रवण कुमार ने सभी को मच्छरदानी लगाकर सोने की सलाह दी और अपने घर और आस पास ब्लीचिंग पॉवडर का छिड़काव करने के लिए बताया।

रोटरी चाणक्या सचिव निखिल नटराज ने सभी से प्लास्टिक का बहिष्कार करने को कहा।

श्रीमती श्वेता थिरानी ने बताया कि समिति के द्वारा झोपड़पट्टी में रहने वाले सभी जरूरतमंदों के घरों में जाकर कूपन बांटा गया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित थीं - रूपा केडिया, किरण सर्राफ, उर्मिला संथालिया, विनीता गोयनका, ममता भुवानिया, रंजीता अग्रवाल, सरिता मोदी, केसरी अग्रवाल, कृष्णा अग्रवाल ।

कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग दिया - लक्ष्मी नारायण थिरानी, नम्रता आनंद, श्यामा गुप्ता, श्वेता थिरानी इत्यादि।

Sunday 20 October 2019

थॉट्स एन्ड इंक एसोसिएशन ने दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल के बच्चों के बीच आयोजित किया 'उड़ान'



पटना, दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में थॉट्स एन्ड इंक एसोसिएशन के साथ उड़ान नामक एक कम्पटीशन हुआ जिसमे बच्चों ने हिस्सा लिया और अपनी स्वलिखित (सेल्फ रिटेन) कविता और लघु कहानियां डॉ. ए. पी. जी. अब्दुल कलाम के बारे में सुनाया. इसके लिए बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया.
टीम की सदस्य प्रिया गुप्ता ने बोलो ज़िन्दगी को बताया कि "
जूनियर  ग्रुप में 1st आयेशा अमिन, 2nd बलवीर चौधरी, 3rd रितेश आएं तो वहीँ सीनियर ग्रुप में 1st अंशु, 2nd तृप्ति प्रिया, 3rd हर्षाली बुबना ने किया."



दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती कल्पना ठाकुर ने बच्चों को मोटिवेट करके अपना अच्छा सहयोग दिया. चीफ गेस्ट डॉ. किरण कुमारी ने बच्चों से कहा कि "नई जेनरेशन को ज़रूरत है कि मिसाइल मैन से सीख लें और अपने जीवन में भी प्रयोग करें."

'उड़ान' कार्यक्रम में स्कूल की टीचर्स ने भी पार्टिसिपेट किया जिसकी विजेता श्रीमती शालिनी राज रहीं. 

Saturday 12 October 2019

पटना में मानसिक स्वास्थ्य पर राज्य स्तरीय कार्यशाला हुई आयोजित



पटना, 12 अक्टूबर, राज्य आयुक्त निशक्ततता (दिव्यांगजन) बिहार, पटना समाज कल्याण विभाग ,बिहार सरकार के तत्वाधान में राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्य भर से अस्सी प्रतिभागीयों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला का आरम्भ अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप-प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर राज्य आयुक्त निशक्ततता (दिव्यांगजन) बिहार, पटना द्वारा कार्यशाला के संबोधन में बताया गया की राज्य में दिव्यांगजन के हित में व्यापक कार्य हो रहे। दिव्यांगजन से संबंधित कानून बिहार में लागू कर दिया गया है। अब इससे जुड़े लाभार्थी ससमय उचित लाभ ले रहें हैं। मानसिक स्वास्थ्य के संदर्भ में बताया कि बिहार सरकार इस दिशा में कार्य हेतु  प्रयासशील है। बङे पैमाने पर मनोवैज्ञानिक प्रोफेशनल व मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट को प्रशिक्षण देने की दरकार है। आज के इस कार्यशाला में सूबे के राज्य आयुक्त निशक्ततता ने तमाम प्रोफेशनल को यह शपथ दिलाया की राजधानी और अन्य जिलों में मानसिक रोगी भटके नही खासतौर से महिला मानसिक रोगियों को देखने पर तत्काल उन्हें सूचित करें।इस अवसर पर उन्होंने स्वयं पहले और बाद में अन्य सभी प्रोफेशनल को यह शपथ दिलायी की मानसिक बीमारी से जूझते बेसहारों का सहारा बना जाये।इन्होने हर स्कूल में एक मनोवैज्ञानिक रखने का सुझाव दिया ।
इस अवसर पर डॉ॰ पी.के सिंह,विभागाध्यक्ष व निदेशक कोईलवर मेंटल अस्पताल ने बताया कि बिहार में औसतन मनोरोगी की संख्या कुल आबादी का 10% है। राज्य सरकार की ओर से मानसिक स्वास्थ्य पर अभी 11जिलों में कार्य हो रहे और अभी 20 चिन्हित जिलों में काम होने जा रहा।इन्होने मीडीया को संबोधित करते हुए कहा की बिहार में तत्काल1000 मनोचिकित्सक  तथा उससे बहुत ज्यादा मनोवैज्ञानिक प्रोफेशनल की सख्त से सख्त आवश्यकता है। अकेलो कोईलवर मेंटल हास्पिटल में अबतक 65000 मरीज 2018 तक व इस साल 2019 में 70000 मानसिक रोगियों का ईलाज किया जा चुका है।
इस अवसर पर पटना के मनोवैज्ञानिक डॉ॰ मनोज कुमार ने बताया की बिहार में बच्चों,किशोरों, युवाओ,व्यस्कों और बुजुर्गों में अलग-अलग किस्म के मानसिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो रही है। इन्होंने अपने कार्यशाला के संबोधन में किशोरों के बिगङते मानसिक स्वास्थ्य पर सजग होने की जरूरत पर बल दिया ।कम उम्र के बच्चों में अवसाद,मोबाइल पर निर्भरता व खेलकूद से दूरी व माता-पिता के वर्किंग होने से बच्चों में भावनात्मक विकास सही से नही हो रहा जिससे मानसिक बीमारियां धर कर रही। किशोरों में परीक्षा के दबाव ,अधिक पैसे खर्च,उच्च इमेज और शोखी बघाङने व नशा आदि का प्रचलन बढना भी उन्हें मानसिक रोग की आगोश में धकेल रहा।इसी प्रकार वयस्कों में भी वैवाहिक जीवन ,रोजगार से संबंधित तनाव,नशा ,आत्महत्या जैसे मानसिक समस्या बिहार में देखी जा रही। कार्यक्रम में इन्होंने यह भी कहा कि बुजुर्गों को भी समाज में दरकिनार किया जा रहा जिससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पङ रहा।
कार्यशाला में डॉ॰ संतोष कुमार,मनोचिकित्सक, एन एम सी एच ,पटना द्वारा विभिन्न मानसिक रोग के लक्षणों को सरल भाषा में बताया ।इन्होने कहा कि आज हर  4 में से 1व्यक्ति किसी न किसी मानसिक रोग से पीड़ित है। इन सबको मदद की दरकार है। जरूरत हैं की मनोवैज्ञानिक या मनोचिकित्सक से परामर्श इस संदर्भ में लिया जाये।
इस अवसर पर डॉ॰ राजेश कुमार, विभागाध्यक्ष,आई जी आइ एम एस ,पटना,डॉ॰ मनोरंजन प्रसाद,वरि नैदानिक मनोवैज्ञानिक ,डा.आशुतोष,मनोवैज्ञानिक, सीआरसी पटना,मानवाधिकार एक्सपर्ट डॉ॰ ऋतु रंजन आदि ने भी संबोधित किया ।धन्यवाद ज्ञापन व मंच संचालन अपर आयुक्त,निशक्ततता (दिव्यांगजन), बिहार, पटना डॉ॰ शंभू रजक द्वारा किया गया ।

Friday 11 October 2019

बोलो ज़िन्दगी फैमली ऑफ़ द वीक : 'बीइंग हेल्पर' के फाउंडर शुभम कुमार 'सन्नी', राजीवनगर, पटना


पिछले हफ्ते 'बोलो ज़िन्दगी फैमली ऑफ़ द वीक' के तहत बोलो ज़िन्दगी की टीम (राकेश सिंह 'सोनू', प्रीतम कुमार एवं तबस्सुम अली) पहुंची पटना के राजीवनगर इलाके में बीइंग हेल्पर टीम के फाउंडर व युवा समाजसेवी शुभम कुमार 'सन्नी' के घर. फैमली ऑफ़ द वीक में हमारे स्पेशल गेस्ट के रूप में जानेमाने चिकित्स्क एवं सोशल एक्टिविस्ट डॉ. दिवाकर तेजस्वी भी शामिल हुयें. इस कार्यक्रम को स्पॉन्सर्ड किया है बोलो जिंदगी फाउंडेशन ने जिसकी तरफ से हमारे स्पेशल गेस्ट के हाथों शुभम की फैमली को एक आकर्षक गिफ्ट भेंट किया गया.
https://www.youtube.com/watch?v=AhktzrP6-Gs

फैमली परिचय- बिहार के भागलपुर से ताल्लुक रखनेवाले सोशल वर्कर एवं बीइंग हेल्पर के फाउंडर शुभम कुमार 'सन्नी' एक सिविल इंजीनियर हैं. एलएनटी, बैंगलोर में साढ़े चार साल जॉब कर चुके हैं.  बाइक राइडिंग में लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुके हैं. डांस का भी बहुत शौक है, कभी बूगी-बूगी में भी हाथ आजमा चुके हैं. उनकी पत्नी दीपशिखा पहले हिंदुस्तान लिवर कम्पनी, बैंगलोर  में काम करती थीं. वहां ढ़ाई साल जॉब करने के दौरान टीम लीडर भी रहीं. शुभम के पापा अमरेंद्र सिंह रियल स्टेट में हैं. माँ शोभा सिंह गृहणी हैं. पहले इनके पापा-मम्मी दोनों ही जॉब करते थें. माँ शोभा सिंह डबल एम ए की हैं. भइया कुमार आनंद लोयला स्कूल का टॉपर था और भूतपूर्व राष्ट्रपति ए पीजे अब्दुल कलाम द्वारा सम्मानित हो चुके हैं.


समाज सेवा से जुड़ाव - शुभम की पत्नी का बैंगलोर में ही जब एक्सीडेंट हुआ और कोई देखरेख करनेवाला नहीं था तो वे पत्नी संग पटना शिफ्ट हो गएँ. पटना में उन्हें कोई ऐसा कंस्ट्रक्शन कम्पनी नहीं दिखा जिसे ज्वाइन कर सकें तो फिर पापा के ही रियल स्टेट वर्क में जुड़कर छोटा सा काम शुरू किए. इस काम के बावजूद शुभम को दिनभर में बहुत टाइम मिल जाता था. तो टाइमपास घर में यूँ ही टीवी देखकर करते थें. तभी ख्याल आया कि कुछ किया जाये. फिर 15 अगस्त 2018 के दिन एक-दो लोगों के साथ वाईफ को लेकर एक स्लम एरिया में गएँ और वहां के बच्चों को जलेबी खिलाई. उनकी ख़ुशी देखकर उन्हें एहसास हुआ कि समाज के ऐसे लोगों के लिए हमे कुछ करना चाहिए. तब वाईफ को एक एक्सीडेंट की वजह से बच्चा नहीं हो पा रहा था. बहुत जगह दिखाएँ और बहुत पैसा भी खर्चा हुआ. लेकिन जैसे ही सोशल वर्क शुरू किए तीन महीने बाद ही गुड न्यूज सुनने को मिली और आखिर में उनकी पत्नी माँ बन पायीं. शुभम कहते हैं, "समझ लीजिये कि मदद किये गए लोगों की मुझे दुआएं लग गयीं. उसके बाद से ही मैं हर दिन कम-से-कम 2 घंटा सोशल वर्क के लिए देने लगा."

बीइंग हेल्पर टीम के बारे में - अभी टीम में 166  सक्रीय मेंबर हैं. सारे ग्रुप मेंबर चाहे वो वर्किंग पीपुल हों या स्टूडेंट्स जब भी फ्री होते हैं अपना योगदान देने आ जाते हैं. पटना के साथ-साथ बीइंग हेल्पर का सेटअप मुंगेर, भागलपुर और दिल्ली में भी जल्द शुरू होने जा रहा है. ये किसी भी प्रकार की सरकारी सहायता नहीं लेते. बीइंग हेल्पर का मुख्य काम है गरीब, बेसहारा लोगों की मदद करना, स्लम एरिया के बच्चों को पढ़ाना. स्लम के बच्चों को पढ़ाने के लिए अभी खाजपुरा में एक स्कूल भी ओपन किया गया है. बहुत ही ज्यादा गरीब लोगों को ढूंढकर हर महीना इनकी टीम राशन भी मुहैया कराती है. बहुत बड़ी संख्या में लोगों का और बहुत सी संस्थाओं का भी सपोर्ट मिल रहा है. मुजफ्फरपुर के चमकी बुखार से पीड़ित बच्चे हों या पटना का बाढ़ग्रस्त इलाका टीम ने बहुत अच्छा वर्क किया.  पटना के डूबे इलाकों में कुछ लोगों के सपोर्ट से अबतक लगभग 10 हजार लोगों तक राहत सामग्री पहुंचा चुके हैं.

शुभम का स्ट्रगल - एक समय ऐसा आया कि घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी थी. पापा-मम्मी का जॉब छूट गया था और फिर परिवार को बहुत स्ट्रगल करना पड़ा. फिर धीरे धीरे जब शुभम के पापा रियल स्टेट में चले आएं और शुभम को उनके भइया पढ़ने के लिए बैंगलोर बुला लियें तो कुछ स्थिति में सुधार हुआ. सुभम का मैथेमैटिक्स मजबूत था तो पूरा इंजीनियरिंग इन्होने बैंगलोर में बच्चों को कोचिंग पढ़ाकर कम्प्लीट किया. उसके बाद वहीँ एलएनटी कम्पनी में जॉब किए.

https://www.youtube.com/watch?v=RWyCRn4V3RM&t=3s

स्पेशल गेस्ट की टिप्पणी - इस कार्यक्रम में बतौर स्पेशल गेस्ट के रूप में उपस्थित हुए डॉ. दिवाकर तेजस्वी जी शुभम और उनकी फॅमिली से मिलकर बहुत प्रभावित हुयें. उन्होंने शुभम के ज़ज़्बे और उसकी सेवा भावना को देखकर कहा कि "ऐसे युवाओं को देखकर हमलोगों को भी बहुत एनर्जी मिलती है."

(इस पूरे कार्यक्रम को बोलोजिन्दगी डॉट कॉम पर भी देखा जा सकता है.)
















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