सिटी हलचल
Reporting : Bolo Zindagi
|
2nd पटना डिस्ट्रिक्ट वुशू चैम्पियनशिप के मौके पर बाएं से स्कॉलर्स अबोड स्कूल की निदेशक डॉ. बी.प्रियम, 'बोलो ज़िंदगी' के एडिटर राकेश सिंह 'सोनू' , पटना वुशू संघ के सचिव सूरज एवं शिक्षाविद राहुल राणा |
पटना , 23 सितम्बर ,
स्कॉलर्स अबोड स्कूल के सभागार में
सेकेण्ड पटना डिस्ट्रिक्ट वुशू (मार्शल आर्ट) चैम्पयनशिप का आगाज हुआ जिसका प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन के साथ समापन होगा 24 सितम्बर, रविवार को. वुशू चैम्पियनशिप उद्घाटन के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए पूर्व आई.ए.एस. विजय प्रकाश, पूर्व आई.ए.एस. श्याम जी सहाय, डॉ. अमूल्य सिंह (अध्यक्ष पटना वुशू संघ), सूरज कुमार (सचिव, पटना वुशू संघ) डॉ. बी. प्रियम (आयोजन अध्यक्ष एवं निदेशक, स्कॉलर्स अबोड स्कूल), दिनेश अरोड़ा, बलराज कपूर, आर.सी.मल्होत्रा, दिलजीत खन्ना, गुरुदयाल सिंह (पूर्व अध्यक्ष, पंजाबी बिरादरी) एवं शशांक शेखर. वहीँ अन्य अतिथियों में '
बोलो ज़िंदगी' के एडिटर
राकेश सिंह 'सोनू', और राष्ट्रिय वुशू कोच अनूप कुमार सिन्हा ने आयोजन का हिस्सा बनकर बच्चों को प्रोत्साहित किया.
|
वुशू चैम्पियनशिप उद्घाटन के मौके पर मौजूद मुख्य अतिथि |
वुशू चैम्पियनशिप के उद्घाटन समारोह की शुरुआत स्वागत गीत एवं रंगारंग कार्यक्रम से हुई जिसे प्रस्तुत किया स्कॉलर्स अबोड स्कूल की छात्राओं ने. मुख्य अतिथियों के सम्बोधन के बाद पूरे जिले भर से आये लगभग 150 बच्चों को सब जूनियर, जूनियर और सीनियर तीन भागों में बांटकर प्रतियोगिता शुरू की गयी. इस प्रतियोगिता में रेफरी की भूमिका निभा रही थीं वुशू की अंतराष्ट्रीय प्लेयर
नूतन कुमारी. पटना जिला वुशू संघ के सचिव
सूरज ने 'बोलो ज़िन्दगी' को बताया कि इसके लिए काफी पहले से उन्होंने बच्चों को कड़ी ट्रेनिंग दी है. इस प्रतियोगिता में जो जीतकर आएंगे वो स्टेट वुशू चैम्पियनशिप के लिए सेलेक्ट होंगे.' वहीँ इस आयोजन की अध्यक्ष एवं स्कॉलर्स अबोड स्कूल की निदेशक
डॉ. बी. प्रियम ने बताया कि 'अब जब इस खेल को ओलम्पिक में भी मान्यता मिल गया है तो मैं चाहूंगी कि हमारे स्कूल के बच्चे भी वुशू में बढ़-चढ़कर भाग लें और देश-दुनिया में अपना परचम फहराएं. और इसी वजह से मैंने अपने स्कूल में विगत 10 वर्षों से वुशू खेल के प्रशिक्षण की व्यवस्था की है जो हफ्ते में एक दिन दी जाती है.'
|
वुशू प्रतियोगिता में भाग लेते बच्चे |
मौके पर मौजूद तमाम अतिथियों ने एक सुर में एक कॉमन बात कही कि 'इस मार्शल आर्ट के खेल को बढ़ावा देना चाहिए ताकि इसमें ज्यादा से ज्यादा लड़कियां हिस्सा लेकर आत्मरक्षा के गुण भी सीख सकें.' कार्यक्रम में आये मुख्य अतिथि पूर्व आई.ए.एस. एवं समाजसेवी श्री
श्याम जी सहाय ने बड़े पते की बात कही कि 'हमारे ज़माने में तो लड़कियों-महिलाओं की शिक्षा पर उतना ध्यान नहीं दिया जाता था लेकिन आज ख़ुशी होती है देखकर कि अभिभावक अपनी बच्चियों को न सिर्फ पढ़ने बल्कि खेल-कूद में हिस्सा लेने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं. आज समाज में अपराध के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए हमारी बच्चियों के लिए यह नितांत जरुरी हो जाता है कि वो वुशू (मार्शल आर्ट) जैसे खेल में रूचि लेकर आत्मरक्षा की कला भी सीखें.'
No comments:
Post a Comment