'माँ वैष्णवी ज्वेलर्स' के सौजन्य से जायसवाल फैमली को आकर्षक गिफ्ट भेंट करतीं बोलो ज़िंदगी की स्पेशल गेस्ट दीप्ती |
बोलो ज़िंदगी की टीम |
इस कार्यक्रम को स्पॉन्सर्ड किया है रामनगरी आशियाना नगर, पटना के 'माँ वैष्णवी ज्वेलर्स' ने जिनकी तरफ से हमारी स्पेशल गेस्ट के हाथों जायसवाल फैमली को एक आकर्षक गिफ्ट भेंट किया गया.
जायसवाल फैमली |
मधु जायसवाल - कुर्जी की रहनेवाली इंटरनेशनल लॉन टेनिस प्लेयर मधु ने हाल ही में इंटरमीडियट की परीक्षा दी है और ग्रेजुएशन में एडमिशन लेनेवाली हैं. मधु को बचपन से ही बोलने-सुनने की समस्या थी. 6 ठी कक्षा में मधु का दाखिला जेम्स इंस्टीच्यूट में कराया गया. वहां भी मधु हर क्षेत्र में आगे रहती.लेकिन मधु के लिए खेल करियर तब बना जब उसकी एक सीनियर प्लेयर शिल्पी जायसवाल जूनियर ब्रिटिश ओपन जीतकर लौटी और उसी से प्रेरित होकर मधु ने निश्चय किया कि वह भी शिल्पी की तरह चोटी की लॉन टेनिस प्लेयर बनेगी. उसके इस जज्बे को आगे बढ़ाने में जेम्स इंस्टीच्यूट के हेड एवं कोच अमलेश जी ने काफी सहायता की. चूँकि लॉन टेनिस एक महंगा खेल है और मधु के घर की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी.
इसलिए मधु काफी परेशान थी. लेकिन जिस जेम्स इंस्टीच्यूट में वह स्पीच थेरेपी लेती थी वहां के माध्यम से मधु को टेनिस कोर्ट में प्रैक्टिस के लिए भेजा गया. वर्ष 2008 से ही मधु बिहार लॉन टेनिस एसोसिएशन पाटलिपुत्रा टेनिस कोर्ट में रेगुलर प्रैक्टिस करती आ रही है. बिहार सरकार द्वारा आयोजित खेल सम्मान समारोह में वर्ष 2012 ,13 एवं 14 में लगातार तीन बार मधु को सम्मानित किया जा चुका है.
जब हमारी स्पेशल गेस्ट दीप्ती जी ने पूछा कि "क्या मधु को बाहर आने-जाने में कभी कोई समस्या का सामना तो नहीं करना पड़ा...?" इसपर मधु ने नहीं का इशारा किया तो फिर मधु की माँ बेबी देवी ने बताया कि "ये जब खेलने के लिए बिहार से बाहर जाती है तो बहुत ख़ुशी महसूस करती है. एक बार जब ये मेरे साथ ऑटो रिक्शा में बैठकर आ रही थी उसी दरम्यान एक लड़का मेरे बगल में सटकर बैठ गया तो यह मधु को अच्छा नहीं लगा और उसने जिद करके वहां से उस लड़के को हटने पर मजबूर कर दिया."
जायसवाल फैमली ने जब 'बोलो ज़िन्दगी' से अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि "हमें इसकी शादी की भी चिंता है. हम चाहते हैं कि कास्ट उन्नीस-बीस भी हो कोई बात नहीं मगर कोई डेफ में स्पोर्ट्स वाला लड़का मिल जाता तो वो मधु के भविष्य के लिए अच्छा होता." फिर मधु के पापा ने बताया कि वे चाहते हैं कि दिव्यांगता या खेल कोटे से मधु को सरकारी नौकरी लग जाये. इसपर हमारी टीम मेंबर तबस्सुम अली ने उन्हें आश्वस्त किया कि "मैं इसकी शादी में भी सपोर्ट करुँगी और इसके जॉब के लिए विकलांग अधिकार मंच के लोगों से बात करुँगी."
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