31 अगस्त, पटना मारवाड़ी महिला समिति द्वारा दोपहर में कॉलेज ऑफ कॉमर्स, कंकड़बाग से अंगदान-जीवनदान जागरूकता रैली निकाली गई।
समिति की अध्यक्ष श्रीमती नीना मोटानी ने बताया कि "इस रैली का मुख्य उद्देश्य है पूरे देश मे अंगदान के प्रति जागरूकता पैदा करना।अंगदान सबसे बड़ा दान है क्योंकि इसकी मदद से इंसान 50 जरूरतमंद लोगों की मदद कर सकता है। अंगदान के द्वारा किसी को नया जीवन दिया जा सकता है। प्रतिवर्ष 5 लाख लोग अङ्गों के असमय छतिग्रस्त होने के कारण मौत के मुंह मे चले जाते हैं। हर साल करीब 2 लाख किडनी की जरूरत होती है लेकिन उपलव्ध है सिर्फ 6 हजार।
50 हजार लीवर की जरूरत होती है लेकिन उपलब्ध है सिर्फ 750. हर साल 6000 हार्ट की जरूरत होती है लेकिन उपलब्ध है सिर्फ 100. अगर अंगदान के प्रति जनमानस में जागरूकता आ जाए तो हर साल हम लाखों जिंदगियां बचा सकते हैं।"
"सचिव सुमिता छावछरिया ने बताया कि "यह रैली अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन के अंतर्गत भारत के 15 राज्यों की 250 शाखाओं द्वारा एक ही दिन निकाली गई।"
नेत्रदान प्रमुख श्रीमती केसरी अग्रवाल ने बताया कि "हमारे सम्मेलन द्वारा अंगदान जागरूकता रैली से इंडिया रिकॉर्ड बुक में राष्ट्रीय कीर्तिमान दर्ज कराने की कोशिश की गयी।"
उषा टिबड़ेवाल ने बताया कि "मरने के बाद हमारे अंगों को मिट्टी में मिल जाना है। कितना अच्छा हो कि मरने के बाद हमारे अंग किसी को जीवनदान दे सकें। ब्रेन डेथ के बाद घरवालों की इच्छा से डॉक्टर अंग निकालते हैं। देश का कोई भी नागरिक अपनी इच्छा से अंगदान कर सकता है।"
अंगदान रैली से पहले कॉमर्स कॉलेज के विद्यार्थियों को अंगदान के प्रति जागरूक किया गया ।तत्पश्चात विद्यार्थियों के साथ कॉमर्स कॉलेज कंकड़बाग से राजेंद्र नगर ओवरब्रिज के नीचे तक रैली निकालकर अंगदान-देहदान के लिए संदेश दिया गया ।
रैली में कुल मिलाकर करीब 200 महिलाओं ने भाग लिया । मुख्य रूप से उपस्थित थीं - प्रभालाल, रेखा जैन, सुषमा गुटगुटिया, शोभा खेतान, कुमुद अग्रवाल, मंजू खेतान, सरला छाबड़ा, कुसुम
तुलस्यान, सरोज जैन, किरण सर्राफ, सरिता मोदी, सुमन लता गोयल, आशा बंका इत्यादि।
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