वो मेरी पहली शूटिंग
By: Rakesh Singh 'Sonu'
मेरी पहली फिल्म का नाम 'गंगा मिले सागर से' है. इससे पहले काफी म्यूजिक वीडियो में काम किया था. लेकिन एक्टिंग का यह पहला अनुभव था.पहली बार कैमरा फेस करते वक़्त बहुत नर्वस थी. पहला सीन देवरिया के एक छोटे से गांव में शूट किया गया. कैमरा, लाइट सब रेडी होने के बाद जब मुझे शॉट देने के लिए बुलाया गया तो समझ नहीं आ रहा था कि एक्टिंग कैसे हो पायेगी मुझसे, कैसे डायलॉग डिलीवरी दूंगी. मुझे तो एक्टिंग का ए भी नहीं आता था. मैं अपना आत्मविश्वास ही खो चुकी थी. फिर डायरेक्टर ब्रजभूषण जी जो अब मेरे ससुर हैं उन्होंने मुझे सीन समझाया और एक्टिंग को लेकर कम्फर्टेबल किया. और एक सहज और छोटे से सीन के साथ शूटिंग शुरू की गई. जैसे ही मैंने अपना पहला शूट दिया तो वहां खड़े सारी यूनिट के लोगों ने और जो शूटिंग देखने आये थें उन्होंने भी जोर से तालियां बजानी शुरू कर दीं. मुझे बहुत अच्छा लगा. इसके साथ ही एक्टिंग और कैमरा को लेकर मेरे मन में जो भी हिचक- घबराहट थी वो भी खत्म हो गई. बाद में इस फिल्म को बेस्ट भोजपुरी फिल्म का अवार्ड भी मिला और मुझे बेस्ट एक्ट्रेस के अवार्ड से नवाजा गया. आज मैं कितनी ही फिल्मों में काम कर चुकी हूँ फिर भी अपनी पहली फिल्म और पहली शूटिंग को कभी नहीं भूलती. वो फिल्म मेरे दिल के बहुत करीब है और हमेशा रहेगी.
By: Rakesh Singh 'Sonu'
मेरी पहली फिल्म का नाम 'गंगा मिले सागर से' है. इससे पहले काफी म्यूजिक वीडियो में काम किया था. लेकिन एक्टिंग का यह पहला अनुभव था.पहली बार कैमरा फेस करते वक़्त बहुत नर्वस थी. पहला सीन देवरिया के एक छोटे से गांव में शूट किया गया. कैमरा, लाइट सब रेडी होने के बाद जब मुझे शॉट देने के लिए बुलाया गया तो समझ नहीं आ रहा था कि एक्टिंग कैसे हो पायेगी मुझसे, कैसे डायलॉग डिलीवरी दूंगी. मुझे तो एक्टिंग का ए भी नहीं आता था. मैं अपना आत्मविश्वास ही खो चुकी थी. फिर डायरेक्टर ब्रजभूषण जी जो अब मेरे ससुर हैं उन्होंने मुझे सीन समझाया और एक्टिंग को लेकर कम्फर्टेबल किया. और एक सहज और छोटे से सीन के साथ शूटिंग शुरू की गई. जैसे ही मैंने अपना पहला शूट दिया तो वहां खड़े सारी यूनिट के लोगों ने और जो शूटिंग देखने आये थें उन्होंने भी जोर से तालियां बजानी शुरू कर दीं. मुझे बहुत अच्छा लगा. इसके साथ ही एक्टिंग और कैमरा को लेकर मेरे मन में जो भी हिचक- घबराहट थी वो भी खत्म हो गई. बाद में इस फिल्म को बेस्ट भोजपुरी फिल्म का अवार्ड भी मिला और मुझे बेस्ट एक्ट्रेस के अवार्ड से नवाजा गया. आज मैं कितनी ही फिल्मों में काम कर चुकी हूँ फिर भी अपनी पहली फिल्म और पहली शूटिंग को कभी नहीं भूलती. वो फिल्म मेरे दिल के बहुत करीब है और हमेशा रहेगी.
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