By : Rakesh Singh 'Sonu'
पहले मैं स्टेज शो करती थी. माता रानी की भक्त हूँ तो नवरात्री के अवसर पर माँ ने बहुत अच्छा ब्रेक दिया मुझे. नवरात्रि का मेरा शो मुंबई के भायंदर में चल रहा था. भोजपुरी फिल्मों के प्रोडक्शन मैनेजर प्रशांत जी ने मेरा परफॉर्मेंस देखा फिर बैक स्टेज आकर बोले- " आपका नाम अनाउंस हुआ सीमा सिंह, आप कहाँ से हैं ?" मैंने बताया "मैं इलाहाबाद से हूँ." उन्होंने पूछा "भोजपुरी फिल्मों में काम करेंगी ?" मैंने कहा- "हाँ जरूर."तब वे बोले "अच्छा एक आइटम नंबर है तो आप कल आइये मिलने के लिए."
जब अगले दिन मैं उनसे मिली वे मुझे अँधेरी एक ऑफिस में लेकर गए किसी से मिलवाने. मुझे पता नहीं था कि वो हस्तियां कौन हैं. जैसे ही मैं पहुंची तो सामने बैठे हुए थे प्रोड्यूसर सुनील बुबना जिन्होंने जिस किसी एक्टर को लॉन्च किया आज वो सक्सेस है. राइट साइड में बैठे थें डायरेक्टर बाली जी, और लेफ्ट साइड में बैठे थें एक्टर दिनेश यादव 'निरहुआ' जी. उन्होंने पूछा- "डांस-वांस कर लेती हैं तो इससे पहले कोई फिल्म किया है ?" मैंने कहा- "नहीं". तब बाली जी ने कहा "अच्छा एक काम करो, हमलोग होली का एल्बम करने जा रहे हैं, आओ एक गाना कर लो, देखते हैं कैमरा नॉलेज कैसा है..."
फिर मैं गयी एक गाना करने के लिए. वहां एक साथ दो एल्बम की शूटिंग चालू थी. मुझे दिनेश जी के साथ दो गाने करने का मौका मिला. एल्बम के नाम थें 'मुंबई में लगवले रहे निरहू भईया' और 'होली में निरहू से प्यार हो गईल.' मेरा डांस देखकर बाली जी बहुत खुश हुए और बोले "डन, तुम फिल्म कर रही हो." फिर मेरी शुरुआत हुई पहली फिल्म 'कहाँ जइबा राजा नजरिया लड़ाई के' से जिसमे मेरा एक आइटम सांग था. उसकी शूटिंग गोरखपुर में हुई थी. दिनेश जी और मोनालिसा जी उसी फिल्म से लॉन्च हुई थीं. मैं करने गयी थी एक सॉन्ग और मेरी वहां से कुछ लहर ऐसी चली कि उस एक आइटम सॉन्ग की बदौलत देखते-देखते मैंने आज 600 फिल्मे कर ली. जबकि मैं बचपन से ही मुंबई में रही हूँ और भोजपुरी फिल्मे देखती भी नहीं थी.
जब फिल्म की शूटिंग करने पहुंचगी तो दिमाग में चल रहा था कि ये फिल्म है, इतनी बड़ी, ऐसा-वैसा... मुझे घबराहट हो रही थी लेकिन बाली जी इतने अच्छे डायरेक्टर हैं कि बड़ी ही खूबसूरती से उन्होंने सब हैंडल किया. और फिल्म में कोरियोग्राफी भी उन्होंने खुद किया था. मेर बहुत सारे माइनस पॉइंट थें जो उन्होंने छुपा दिया. कमियां बहुत थीं लेकिन उन्होंने बहुत अच्छे से सुधार दिया. मुझे बहुत सारी चीजें समझाएं कि "बेटा, आगे चलकर करियर के लिए ऐसा करना-वैसा करना." और उसी सेट पर दिनेश जी ने बोला था "देख लेना, ये लड़की इंडस्ट्री में राज करेगी." आज मुझे ख़ुशी होती है जब मैं उनकी ये बात याद करती हूँ.
पहले मैं स्टेज शो करती थी. माता रानी की भक्त हूँ तो नवरात्री के अवसर पर माँ ने बहुत अच्छा ब्रेक दिया मुझे. नवरात्रि का मेरा शो मुंबई के भायंदर में चल रहा था. भोजपुरी फिल्मों के प्रोडक्शन मैनेजर प्रशांत जी ने मेरा परफॉर्मेंस देखा फिर बैक स्टेज आकर बोले- " आपका नाम अनाउंस हुआ सीमा सिंह, आप कहाँ से हैं ?" मैंने बताया "मैं इलाहाबाद से हूँ." उन्होंने पूछा "भोजपुरी फिल्मों में काम करेंगी ?" मैंने कहा- "हाँ जरूर."तब वे बोले "अच्छा एक आइटम नंबर है तो आप कल आइये मिलने के लिए."
जब अगले दिन मैं उनसे मिली वे मुझे अँधेरी एक ऑफिस में लेकर गए किसी से मिलवाने. मुझे पता नहीं था कि वो हस्तियां कौन हैं. जैसे ही मैं पहुंची तो सामने बैठे हुए थे प्रोड्यूसर सुनील बुबना जिन्होंने जिस किसी एक्टर को लॉन्च किया आज वो सक्सेस है. राइट साइड में बैठे थें डायरेक्टर बाली जी, और लेफ्ट साइड में बैठे थें एक्टर दिनेश यादव 'निरहुआ' जी. उन्होंने पूछा- "डांस-वांस कर लेती हैं तो इससे पहले कोई फिल्म किया है ?" मैंने कहा- "नहीं". तब बाली जी ने कहा "अच्छा एक काम करो, हमलोग होली का एल्बम करने जा रहे हैं, आओ एक गाना कर लो, देखते हैं कैमरा नॉलेज कैसा है..."
फिर मैं गयी एक गाना करने के लिए. वहां एक साथ दो एल्बम की शूटिंग चालू थी. मुझे दिनेश जी के साथ दो गाने करने का मौका मिला. एल्बम के नाम थें 'मुंबई में लगवले रहे निरहू भईया' और 'होली में निरहू से प्यार हो गईल.' मेरा डांस देखकर बाली जी बहुत खुश हुए और बोले "डन, तुम फिल्म कर रही हो." फिर मेरी शुरुआत हुई पहली फिल्म 'कहाँ जइबा राजा नजरिया लड़ाई के' से जिसमे मेरा एक आइटम सांग था. उसकी शूटिंग गोरखपुर में हुई थी. दिनेश जी और मोनालिसा जी उसी फिल्म से लॉन्च हुई थीं. मैं करने गयी थी एक सॉन्ग और मेरी वहां से कुछ लहर ऐसी चली कि उस एक आइटम सॉन्ग की बदौलत देखते-देखते मैंने आज 600 फिल्मे कर ली. जबकि मैं बचपन से ही मुंबई में रही हूँ और भोजपुरी फिल्मे देखती भी नहीं थी.
जब फिल्म की शूटिंग करने पहुंचगी तो दिमाग में चल रहा था कि ये फिल्म है, इतनी बड़ी, ऐसा-वैसा... मुझे घबराहट हो रही थी लेकिन बाली जी इतने अच्छे डायरेक्टर हैं कि बड़ी ही खूबसूरती से उन्होंने सब हैंडल किया. और फिल्म में कोरियोग्राफी भी उन्होंने खुद किया था. मेर बहुत सारे माइनस पॉइंट थें जो उन्होंने छुपा दिया. कमियां बहुत थीं लेकिन उन्होंने बहुत अच्छे से सुधार दिया. मुझे बहुत सारी चीजें समझाएं कि "बेटा, आगे चलकर करियर के लिए ऐसा करना-वैसा करना." और उसी सेट पर दिनेश जी ने बोला था "देख लेना, ये लड़की इंडस्ट्री में राज करेगी." आज मुझे ख़ुशी होती है जब मैं उनकी ये बात याद करती हूँ.
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