By : Rakesh Singh 'Sonu'
मेरा मायका यूँ तो बिहार के नालंदा जिले में हुआ लेकिन मेरे जन्म के कुछ महीने बाद ही मेरी माँ के गुजर जाने की वजह से नानी मुझे अपने पास पटना लेकर आ गयी. पापा बेटा चाहते थें और उन्हें बेटी हो गयी तो इसी खीज में उन्होंने मुझसे एक दूरी बना ली. जब ननिहाल आयी मैं तब 6-7 महीने की थी. वहीँ बड़े होते हुए मुझे नानी ने एक माँ का प्यार दिया. संत जोशफ से प्लस टू करने के बाद पटना वीमेंस कॉलेज से मैंने मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया. घर में सबका मन था कि मैं डॉक्टर बनूँ लेकिन कहते हैं ना कि जहाँ किस्मत लेकर जाएगी वहीँ जाइएगा.
पढ़ाई खत्म होते ही दर्श न्यूज चैनल में बतौर एंकर मैंने करियर की शुरुआत की. वहां के बाद आर्यन न्यूज ज्वाइन किया. उसमे एक स्पेशल क्राइम शो लेकर आयी थी. जब आर्यन में थें तभी मेरी शादी हो गयी. शादी के दो-तीन महीने बाद ही मैंने जॉब छोड़ दिया. मेरा ससुराल मुजफ्फरपुर के भरथुआ गांव में पड़ता है. चूँकि मैं कॉलेज के समय से ही दूरदर्शन के 'युवालोक' कार्यक्रम से जुड़ी थी. शादी बाद आर्यन छोड़ने पर मैंने दूरदर्शन का 'स्वच्छ भारत' कार्यक्रम शुरू किया. चूँकि मेरा बच्चा होनेवाला था इसलिए थोड़े टाइम के लिए वहां से ब्रेक ले लिया.
जब बच्चा 6 महीने का हो गया तो मैं फिर से दूरदर्शन गयी और वहां 'बिहार बिहान' के लिए लाइव एंकरिंग करने लगी. मॉर्निंग शो था तो झिझक हुई घर में बोलने में कि सुबह-सुबह उठकर चली जाउंगी. फिर जब मैंने किसी तरह घरवालों को बताया तो ससुरालवालों ने बोला कोई बात नहीं. मैं सोच रही थी कि 6 महीने के बच्चे को छोड़कर जाउंगी कैसे और कैसे मैनेज होगा लेकिन मेरे सास-ससुर सबने बोला कि नहीं कोई दिक्क्त नहीं है. फिर मैं आराम से जाती थी और आराम से वापस आ जाती थी. शादी के बाद मैंने पोस्ट ग्रेजुएशन भी किया. साथ-साथ पढ़ाई, दूरदर्शन में एंकरिंग और बच्चे व घर-परिवार की जिम्मेदारी चलती रही.
मेरा मायका यूँ तो बिहार के नालंदा जिले में हुआ लेकिन मेरे जन्म के कुछ महीने बाद ही मेरी माँ के गुजर जाने की वजह से नानी मुझे अपने पास पटना लेकर आ गयी. पापा बेटा चाहते थें और उन्हें बेटी हो गयी तो इसी खीज में उन्होंने मुझसे एक दूरी बना ली. जब ननिहाल आयी मैं तब 6-7 महीने की थी. वहीँ बड़े होते हुए मुझे नानी ने एक माँ का प्यार दिया. संत जोशफ से प्लस टू करने के बाद पटना वीमेंस कॉलेज से मैंने मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया. घर में सबका मन था कि मैं डॉक्टर बनूँ लेकिन कहते हैं ना कि जहाँ किस्मत लेकर जाएगी वहीँ जाइएगा.
पढ़ाई खत्म होते ही दर्श न्यूज चैनल में बतौर एंकर मैंने करियर की शुरुआत की. वहां के बाद आर्यन न्यूज ज्वाइन किया. उसमे एक स्पेशल क्राइम शो लेकर आयी थी. जब आर्यन में थें तभी मेरी शादी हो गयी. शादी के दो-तीन महीने बाद ही मैंने जॉब छोड़ दिया. मेरा ससुराल मुजफ्फरपुर के भरथुआ गांव में पड़ता है. चूँकि मैं कॉलेज के समय से ही दूरदर्शन के 'युवालोक' कार्यक्रम से जुड़ी थी. शादी बाद आर्यन छोड़ने पर मैंने दूरदर्शन का 'स्वच्छ भारत' कार्यक्रम शुरू किया. चूँकि मेरा बच्चा होनेवाला था इसलिए थोड़े टाइम के लिए वहां से ब्रेक ले लिया.
जब बच्चा 6 महीने का हो गया तो मैं फिर से दूरदर्शन गयी और वहां 'बिहार बिहान' के लिए लाइव एंकरिंग करने लगी. मॉर्निंग शो था तो झिझक हुई घर में बोलने में कि सुबह-सुबह उठकर चली जाउंगी. फिर जब मैंने किसी तरह घरवालों को बताया तो ससुरालवालों ने बोला कोई बात नहीं. मैं सोच रही थी कि 6 महीने के बच्चे को छोड़कर जाउंगी कैसे और कैसे मैनेज होगा लेकिन मेरे सास-ससुर सबने बोला कि नहीं कोई दिक्क्त नहीं है. फिर मैं आराम से जाती थी और आराम से वापस आ जाती थी. शादी के बाद मैंने पोस्ट ग्रेजुएशन भी किया. साथ-साथ पढ़ाई, दूरदर्शन में एंकरिंग और बच्चे व घर-परिवार की जिम्मेदारी चलती रही.
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